आखिर क्यों उठानी पड़ी विधायक बंसल को विधानसभा में सट्टे के खिलाफ आवाज ?
नशे के साथ-साथ हनुमानगढ़ में सट्टा विरोधी मुहिम की भी सख्त जरूरत - पत्रकार पर हुए हमले से लेना चाहिए सबक - आखिर क्यों उठानी पड़ी विधायक बंसल को विधानसभा में सट्टे के खिलाफ आवाज ? ✍️अनिल जान्दू 📱 9001139999 हनुमानगढ़ । श्रीगंगानगर में सट्टे कारोबारियों द्वारा दैनिक सांध्य अखबार के संपादक पर किए जानलेवा हमले की घटना से हनुमानगढ़ के जागरूक नागरिकों और मीडियाकर्मियों को सबक लेना चाहिए। क्योंकि वहां की तरह यहां भी सट्टे के कारोबारियों को पुलिस के साथ-साथ बड़ा रुतबा रखने वालों का संरक्षण प्राप्त है। श्रीगंगानगर में वर्षों पुराने इसी सिस्टम के अभेध्य मायाजाल को तोड़ने की मंशा और ताकत जुटाकर जब एक पत्रकार /संपादक ने आवाज उठाई तो सट्टा कारोबारियों ने दो दिन पहले उस पर जान लेवा हमला कर उसके हाथ पांव बुरी तरह से तोड़ डाले। पत्रकार के दोनों पैरों की नलियों को हॉकी, सरियों, बेसबॉल डंडों से तोड़ दिया गया। पत्रकार अभी भी आईसीयू में भर्ती हैं। एफआईआर दर्ज हुई। आरोप लगे पुराने सट्टा कारोबारी राकेश नारंग पर। अब यह हम पर निर्भर करता है कि हम हनुमानगढ़ में बने ऐसे ही इस पुराने सिस्टम को जवाबदेह ठहराएं