बच्चों के वर्ल्ड रिकॉर्ड में हनुमानगढ़ का भी रहेगा योगदान। वर्ल्ड रिकॉर्ड की तैयारियां जोरों-शोरो पर शुरू
जिले के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में स्टूडेंट को अध्यापक करवाएंगे अब योग अभ्यास
FILE PHOTO |
भजनलाल सरकार अब स्टूडेंट से करवाएगी सूर्य नमस्कार
बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक और अध्यापक भी होंगे शामिल
सरकार कर रही है विश्व रिकार्ड बनाने का दावा
अनिल जान्दू
हनुमानगढ़। राज्य सरकार की पहल पर जिले के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में अब स्टूडेंट्स को योग अभ्यास करवाने की तैयारी पर योजना बनाते हुए जिम्मेदरिया तय की जा रही है। प्रदेश की भजन लाल सरकार इसको लेकर पहले से ही आदेश जारी कर चुकी है। इसके तहत आगामी 15 फरवरी यानी जिस दिन सूर्य सप्तमी होगी। उस दिन पूरे प्रदेश के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों से सूर्य नमस्कार करवाया जाएगा। इसके लिए सबसे पहले स्कूल में ड्यूटी पर तैनात सभी अध्यापकों को योग टीचर से ट्रेनिंग दिलवाई जाएगी। जिसके लिए ट्रेनर्स को नियुक्त करना शुरू कर दिया गया है। वहीं अध्यापकों की ट्रेनिंग पूर्ण होने के बाद विद्यार्थियों सहित अन्य अध्यापक और बच्चों के अभिभावकों के साथ आम जनता और जन प्रतिनिधि मिलकर इस अभियान की शुरुआत करेंगे। ताकि इसे राजस्थान में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जा सके। सरकार के आदेशों के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में सूर्य सप्तमी से सूर्य नमस्कार करने की तैयारी शुरू कर दी है।इसके तहत सभी सरकारी स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया जाएगा। स्कूलों में सूर्य नमस्कार का अभ्यास करते समय लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग योग अभ्यास की व्यवस्था की गई है। इस दौरान कोई भी स्टूडेंट गलत तरीके से योग ना करें। इसे ध्यान में रखने के लिए एक्सपर्ट द्वारा सबसे पहले स्कूल के अध्यापकों को ट्रेनिंग दिलवाई जा रही है ताकि वह स्टूडेंट्स को सही योग क्रिया सीखा सके। टीचर्स, पेरेंट्स और स्थानीय जन प्रतिनिधि के साथ आम जनता को शामिल कर आगामी 15 फरवरी को होने वाले सूर्य सप्तमी नमस्कार को वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भेजा जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा योग अभ्यास करने वाले सभी विद्यार्थियों, अध्यापकों, पेरेंट्स, जनप्रतिनिधि और आम जनता को जानकारी देने के लिए शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से उसी दिन 2 बजे दर्ज की जाएगी । सुबह की प्रार्थना में कम से कम 15 सूर्य नमस्कार का अभ्यास रोज एक ही विद्यार्थी को करना चाहिए। क्योंकि सूर्य के प्रकाश से ही हम सब कुछ पा रहे हैं। इस प्रकार सूर्य सप्तमी पर एक बड़ा कार्यक्रम भी होगा। लोगों में व्यायाम करने की रुचि भी रहेगी। एक बार पहले 15 फरवरी तक सूर्य नमस्कार करना अनिवार्य रखेंगे। जब तक जब एक बार छात्रों को व्यायाम करने की आदत बन जाएगी। तब वह अपने आप स्कूलों में सूर्य नमस्कार कर सकेंगे। आपको बता दें कि पूर्व में भाजपा सरकार (वसुंधरा राजे सरकार) के कार्यकाल के दौरान भी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में सूर्य नमस्कार को अनिवार्य घोषित किया गया था। उस समय भी सुबह प्रार्थना के बाद स्टूडेंट्स द्वारा सूर्य नमस्कार और योग करना अनिवार्य करने के आदेश जारी हुए थे। लेकिन तब कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया था। लेकिन वर्तमान में इसको लेकर भजन लाल सरकार सख्त नजर आ रही है।