हनुमान बेनीवाल, भगवंत मान और केजरीवाल एक साथ

-क्या साधने की तैयारी में हैं इस बार राजस्थान

- अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त विकास आयोग के अध्यक्ष पवन गोदारा भी रहे मौजूद 

- मौका रहा हनुमानगढ़ कि दोहिती दिया बिटिया का बर्थडे उत्सव


अनिल जान्दू

नागौर सांसद हनुमान  बेनीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, हनुमानगढ़ से  राजस्थान सरकार में अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त विकास आयोग के अध्यक्ष (राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त) पवन गोदारा और दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल की ये तस्वीर आने वाले सियासी समीकरणों को बयां करने के लिए काफी है। मौका रहा हनुमान बैनीवाल कि बिटिया ओर हनुमानगढ़ कि दोहिती दीया  के जन्मदिन का। 


 राजस्थान के सरहदी जिले श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ से लेकर शेखावाटी तक में बेनीवाल की खास पैठ है। वैसे भी हनुमानगढ़ जिले में तो उनकी ससुराल है। ऐसे में दिल्ली में ली गई इस तस्वीर के बाद आम आदमी पार्टी के आगामी होने वाले जयपुर सम्मेलन में कई ऐसी नई तस्वीरें भी देखने को मिल सकती है। याद दिला दें साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बेनीवाल की बोतल निशान पार्टी (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी) के चलते बीजेपी, जाट बेल्ट में कमजोर साबित हुई थी। जिसके बाद 2019 में लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने रालोपा से गठबंधन किया और जाट बाहुल्य चार लोक सभा सीटों को रालोपा को दे दिया। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रालोपा का बीजेपी में विलय चाहते थे। लेकिन हनुमान बेनीवाल राजी नहीं हुए। जोधपुर, नागौर, बीकानेर सहित राजस्थान  का राजपूत समाज भी आज हनुमान बेनीवाल के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है क्योंकि उन्होंने जोधपुर जिले के शेरगढ़ के भूंगरा गांव में एक राजपूत समाज के परिवार में विवाह से पहले सिलेंडर ब्लास्ट  से हुई मौतों के मामले को संसद में उठाया था। 23 मई 2019 को जब लोकसभा चुनाव के परिणाम आए तो नागौर सीट पर एनडीए प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति मिर्धा को भारी वोटों से हराया। राजस्थान में लोकसभा की 25 सीट में से 24 सीट पर बीजेपी ने अपने प्रत्याशी उतारे थे, उन सब ने भी जीत हासिल की। नागौर की सीट पर बीजेपी ने हनुमान बेनीवाल की आरएलपी ने गठबंधन कर लिया था। इसका फायदा भी पार्टी को मिला। नागौर ही नहीं जोधपुर, अजमेर, जालोर, जोधपुर और राजसमंद में असर देखा गया जहां बेनीवाल की पार्टी बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में थी। 2019 में बेनीवाल ने राष्ट्रीय स्तर अपनी पार्टी को जमा लिया और अब एनडीए के घटक दल के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर बेनीवाल की पहचान हो चुकी है। इधर पंजाब विधान सभा चुनाव में मिली जीत के बाद आम आदमी पार्टी अब राजस्थान में अपने पैर जमाने की कोशिश में लगी हुई है। तभी तो हनुमान बेनीवाल की बिटिया दीया के जन्मदिन पर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान एक साथ एक पार्टी में पहुंच गए। सवाल ये कि क्या बेनीवाल इस बार आम आदमी पार्टी के साथ नये सियासी रास्ते पर जाने की तैयारी में है ? क्योंकि ऐसा होता है तो जाट बाहुल्य सीटों पर बीजेपी को कड़ी टक्कर मिलेगी। इधर सूत्रों के मुताबिक जमींदारा पार्टी जो कुछ समय पहले  श्रीगंगानगर- हनुमानगढ़ जिलों में बहुत सक्रिय रही। उसके कट्टर कार्यकर्ता अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी एक अलग पकड़ बनाये हुए है वो भी अब आम पार्टी से जुड़ाव कर रहे है। उसके कार्यकर्ता अब  आम आदमी पार्टी के कोर ग्रुप के संपर्क में है। श्रीगंगानगर में पूर्व आईपीएस दलीप जाखड़ ने कमान संभाल रखी है उन्हें ओबीसी प्रकोष्ठ का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है वही हनुमानगढ़ में मक्कासर के सुभाष गोदारा को आम आदमी पार्टी  का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया हैं। वैसे ज्ञात रहे कि 2018 में यहां हमारे दोनों जिलों श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ से जमींदारा पार्टी, आप को समर्थन दे चुकी है। आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी की तैयारी के चलते पार्टी जल्द ही राजस्थान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर सकती है। दिल्ली के बाद पंजाब में मिली भारी जीत के बाद आम आदमी पार्टी ने अब वर्तमान में राजस्थान में सर्वे शुरू कर रखा है और राज्य में प्रमुख राजनीतिक दलों का विकल्प देने के लिए सदस्यता अभियान चला रही है। बता दें कि आप ने 2018 के राजस्थान विधान सभा चुनावों में राज्य की 200 सीटों में से 142 पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। हालांकि उसके एक भी उम्मीदवार को सफलता नहीं मिली और उसे कुल मिलाकर 0.4 प्रतिशत वोट मिले थे। लेकिन वर्तमान में सांसद हनुमान बेनीवाल की सपोर्ट के चलते आम आदमी पार्टी बहुत ज्यादा आत्मविश्वास में है। वैसे भी लगभग राजस्थान में प्रत्येक जिला मुख्यालय पर नजर फिरा कर देखी जाए तो एक समान विचारधारा के लोग हर जिला मुख्यालय पर रालोपा और आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं। लेकिन दिल्ली में हुए इस कार्यक्रम में अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त विकास आयोग के अध्यक्ष पवन गोदारा की मौजूदगी हैरान करने वाली रही। 




चलते चलते

~मुनव्वर राणा साहब फरमाते है...

बुलंदी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है

बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी खतरे में रहती है



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