जाट समाज ने बढ़ा दी सीएम की टेंशन! भजनलाल शर्मा के गृह जिले में मचेगा बवाल?
जयपुर। राजस्थान के धौलपुर और भरतपुर में चल रहे जाट आरक्षण आंदोलन का फिलहाल कोई हल निकलता नहीं दिख रहा है। अब आने वाले दिनों में जाट समाज चक्का जाम को लेकर रणनीति बना रहा है। बता दें कि केंद्र में ओबीसी में आरक्षण की मांग को लेकर यह जाट आंदोलन चल रहा है। इसी के चलते जाट समाज ने चेतावनी दी है कि 7 फरवरी को चक्का जाम किया जाएगा दरअसल, इन दो जिलों में पिछले 20 दिनों से शांतिपूर्ण आंदोलन जारी है। इस दौरान उन्होंने जाट समाज यह आरोप भी लगा चुका है कि उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। अब समाज का कहना है कि आगामी 7 फरवरी को जाट मुंबई-दिल्ली रेल मार्ग पर चक्का जाम किया जाएगा। जाटों का कहना है कि आरक्षण नहीं तो वोट नहीं। इसलिए यदि लोकसभा चुनाव से पहले आरक्षण नहीं मिलता है तो जाट समाज बीजेपी के खिलाफ वोट करेगा। फिलहाल मुख्यमंत्री दो दिन भरपूर रहेंगे और उम्मीद की जा रही है कि उनकी जाट आंदोलनकारियों से सकारात्मक वार्ता हो जाए। खास बात यह है कि भरतपुर भजनलाल शर्मा का गृह जिला भी है। इस पूरे मामले पर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह ने बताया कि जिले से गुजरने वाले मुंबई-दिल्ली रेल मार्ग पर जाम लगाने का ऐलान कर दिया है। भरतपुर के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी जाट समाज भरतपुर के पक्ष में आंदोलन कर जाम करेगा। प्रदेश में चल रहे जाट आंदोलन को लेकर प्रदेश सरकार पर सुनवाई नहीं करन के आरोप लग रहे हैे। वहीं, उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा के एक बयान ने मामले की गंभीरता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल, डिप्टी सीएम बैरवा ने भीलवाड़ा में बीजेपी के जिला कार्यालय में मीडिया से रूबरू होते हुए यह बात कही। इसी दौरान उन्होंने जाट आरक्षण आंदोलन के सवाल पर कहा कि यह आंदोलन एक सामान्य प्रक्रिया है। हर व्यक्ति अपने-अपने अधिकारों के लिए लड़ता है, निश्चित रूप से वह अपनी जगह हैं। लेकिन जो जनमानस है, वह भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में है।