चौधरी चरण सिंह के बाद ताऊ देवीलाल को भारत रत्न देने की उठी मांग
- अनिल जान्दू -
चौधरी चरण सिंह के बाद ताऊ देवीलाल को भारत रत्न देने की उठी हरियाणा से मांग
- अभय चौटाला ने दादा देवीलाल को भारत रत्न देने की मांग की
- चौटाला ने देवीलाल द्वारा किए गए समाज कल्याण के कार्यों की फेहरिस्त गिनवाई।
चौटाला/चंडीगढ़। देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने के बाद अब पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल को भी भारत रत्न देने की मांग हरियाणा से उठी है। देवीलाल के पोते अभय सिंह चौटाला ने अपने दादा को भारत रत्न देने की मांग करते हुए उनके द्वारा किए गए समाज कल्याण के कार्यों की फेहरिस्त गिनवाई है। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने के केंद्र सरकार के निर्णय की सराहना की, लेकिन साथ ही कहा कि जयंत चौधरी को आइएनडीआइए से तोड़ने के लिए ऐसा किया गया है।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि चौधरी चरण सिंह के प्रति यदि इन लोगों के दिलों में सम्मान था तो उन्हें काफी पहले यह सम्मान दिया जाना चाहिए था। यह मन से नहीं बल्कि मजबूरी में दिया गया भारत रत्न है। केंद्र सरकार के इस फैसले से जाटों या किसानों को राजी नहीं किया जा सकता। केंद्र सरकार का चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का फैसला सिर्फ इसलिए किया गया है, ताकि उनके पोते जयंत चौधरी एनडीए में शामिल हो जाएं।

अभय चौटाला ने स्व. देवीलाल को भारत रत्न देने की मांग करते हुए कहा कि बुजुर्गों के लिए पेंशन, किसानों के कर्ज माफ करने व आम लोगों के कल्याण की योजनाएं चौधरी साहब की देन हैं। उन्होंने साथ ही बाबू जगजीवन राम को भी भारत रत्न देने की मांग की है, जिन्होंने दलित समाज के कल्याण के लिए अनेक काम किए। चौटाला ने कहा कि लाल कृष्ण आडवाणी को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से पहले भारत रत्न मिलना चाहिए था। स्वामीनाथन को असल मायने में भारत रत्न तभी मिल जाना चाहिए था, जब उनकी बनाई रिपोर्ट को लागू किया जाता।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि चौधरी चरण सिंह के प्रति यदि इन लोगों के दिलों में सम्मान था तो उन्हें काफी पहले यह सम्मान दिया जाना चाहिए था। यह मन से नहीं बल्कि मजबूरी में दिया गया भारत रत्न है। केंद्र सरकार के इस फैसले से जाटों या किसानों को राजी नहीं किया जा सकता। केंद्र सरकार का चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का फैसला सिर्फ इसलिए किया गया है, ताकि उनके पोते जयंत चौधरी एनडीए में शामिल हो जाएं।

अभय चौटाला ने स्व. देवीलाल को भारत रत्न देने की मांग करते हुए कहा कि बुजुर्गों के लिए पेंशन, किसानों के कर्ज माफ करने व आम लोगों के कल्याण की योजनाएं चौधरी साहब की देन हैं। उन्होंने साथ ही बाबू जगजीवन राम को भी भारत रत्न देने की मांग की है, जिन्होंने दलित समाज के कल्याण के लिए अनेक काम किए। चौटाला ने कहा कि लाल कृष्ण आडवाणी को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से पहले भारत रत्न मिलना चाहिए था। स्वामीनाथन को असल मायने में भारत रत्न तभी मिल जाना चाहिए था, जब उनकी बनाई रिपोर्ट को लागू किया जाता।